शुक्रवार, 20 अप्रैल 2012

नई दुनिया बनाम नेशनल दुनिया

नई दुनिया को दैनिक जागरण ग्रुप ने खरीद लिया तो वही आलोक मेहता ने भी नई दुनिया के कलेवर में नेशनल दुनिया का प्रकाशन शुरू किया है . नई दुनिया के संपादक श्रवण गर्ग है. अब देखना यह है कि जिस नई दुनिया अख़बार को राहुल बारपुते , राजेन्द्र माथुर जैसे लोगो ने नई दुनिया बनाया था. जिसके संपादक आलोक मेहता भी रहे है. जिस तरह की पत्रकारिता नई दुनिया अख़बार ने की . अब नेशनल दुनिया या बिके हुए नई दुनिया से वैसी पत्रकारिता की उम्मीद की जा सकती है. दैनिक जागरण का नई दुनिया या आलोक मेहता का नेशनल दुनिया नई दुनिया अख़बार की जगह ले पाएंगे. आलोक मेहता ने जिस तरह नई दुनिया की तर्ज़ पर नेशनल दुनिया की शुरुआत की है. भले ही उसका कलेवर नई दुनिया जैसा हो , लेकिन पत्रकारिता की तर्ज़ पर भी नेशनल दुनिया नई दुनिया के जैसा होगा . दैनिक जागरण का नई दुनिया भी क्या बिके हुए नई दुनिया की लीक वाली पत्रकारिता कर पाएंगा.

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